Poem
ये दुनिया मुझे जीने नहीं देती, मेरे ही ख्वाबों को है मुझसे छीन लेती, क्या एक बेटी होने की सजा दी जाती है मुझे
हिम्मत अभी बाकी है
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26 Jul, 11:50 AM
बेटी की आवाज - उम्र थी स्कूल जाने की और दिल था तितली का दीवाना एक बेटी को बर्बाद किया ये आया केसा जमाना- अलवीरा खुर्शीद
बेटी की आवाज उम्र थी स्कूल जाने की और दिल था तितली का दीवाना एक बेटी को बर्बाद किया ये आया केसा जमाना
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20 May, 09:52 PM
किसी के मरने पर भी जश्न मनाते हैं ,कुछ लोग यहाँ। लानत हैं ख़ुद को इंसान बताते हैं, कुछ लोग यहाँ।
किसी के मरने पर भी जश्न मनाते हैं ,कुछ लोग यहाँ। लानत हैं ख़ुद को इंसान बताते हैं, कुछ लोग यहाँ।
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1 May, 08:28 PM
किसने जलती आग बुझाई,सब कुछ याद रखा जाएगा। किसने इसको दी तरुणाई, सब कुछ याद रखा जाएगा।
किसने जलती आग बुझाई,सब कुछ याद रखा जाएगा। किसने इसको दी तरुणाई, सब कुछ याद रखा जाएगा।
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29 Apr, 08:53 PM
मैं नफ़रत में यक़ीन नहीं करता। क्यूँ कि मेरी प्रार्थना में रोज़ 'सरबत का भला' माँगा जाता है। और मेरी परम्परा युद्ध में दुश्मन को भी पानी पिलाने की है। - लखबीर सिंह
मैं नफ़रत में यक़ीन नहीं करता। क्यूँ कि मेरी प्रार्थना में रोज़ 'सरबत का भला' माँगा जाता है। और मेरी परम्परा युद्ध में दुश्मन को भी पानी पिलाने की है- लखबीर सिंह नंदा सीकरी निवासी की पूरी कविता पढ़े !
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3 Mar, 09:24 PM