कामां
टायरा निवासी महिला का आरोप है उसकी प्लाट पर कुछ दबंगो ने कब्जा कर लिया है जिसकी शिकायत पुलिस को दी गयी ,लेकिन कामां पुलिस ने पहले धिलावटी
चौकी भेजी ,वहां पर बताया गया कि आपका मामला कामां थाने से जुड़ा हुवा है तो महिला कामां थाना गयी, थानाधिकारी ने महिला को अपने क्वार्टर में बुलाया ,महिला अपने भाई के साथ थानाधिकारी के क्वार्टर गयी, जहां भाई को बाहर रोक दिया व महिला को अंदर बुलाया ,अंदर बुलाकर महिला की आबरू पर हमला किया ,
जब महिला भागने लगी तो उसके परिवार को फर्जी मुकदमो में फंसाने की धमकी दी गयी, महिला वहां से घर वापिस गयी और घर जाकर शाम को अपने माता पिता को घटना से अवगत करवाया, महिला परिजनों के साथ एएसपी मुख्यालय पहुँची ओर Asp वंदिता राना को दी फ़रियाद, पीड़िता के बयान लेकर ASP कामां के लिये हुई रवाना, ओर जांच होने तक थानाधिकारी को लाइन हाजिर कर दिया !
कामां थानाधिकारी पहले भी विवादों में रहा है
बिलंग निवासी एक व्यक्ति ने नरेगा में चल रहे फर्जी मामलो के ख़िलाप आवाज उठाई थी ,
उसके बाद सरपँच व सरपँच प्रतिनिधि दुवारा दबाकर उसकी पिटाई की गई, लेकिन कामां थानाधिकारी ने सरपँच के ख़िलाप संज्ञान लेने की बजाय ,पीड़ित को ही झूंठे मुकदमे मे फँसाने की धमकी दे डाली, जिसकी वजह से पीडित चुपचाप बिना कार्यवाही करवाये ,अपने घर चुप बैठ गया,
वही दूसरी तरफ सरपँच संघ व नगर पालिका प्रतिनिधि ने उपखंड अधिकारी को ज्ञापन दिया कि थानाधिकारी को फंसाया जा रहा है ,पीड़ितों के ख़िलाप मुकदमा दर्ज किया जाए,
अब सवाल उठना लाजमी है उस वक्त सरपँच संघ कहा था जब सरपँच के फर्जीवाड़े के ख़िलाप आवाज उठाने वाले पीड़ित को इंसाफ से वंचित कर दिया गया था ,
मामला भरतपुर जिले के कामां थाने से जुड़ा हुवा है
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