गांव वासियों ने लिया फैसला जब हमारी कोई सुन ही नही रहा है तो क्यो भेजे बच्चियों को स्कूल !

पहाड़ी

जिला भरतपुर के उपखंड पहाड़ी के ग्राम हुसेका से एक मामला सामने आया है जिसमे ग्रामीणों ने सरोज देवी प्रधानाध्यापिका उच्च माध्यमिक विद्यालय हुसैका के ट्रांसफर की खबर सुनकर पूरे  गांव वालों ने मिलकर एप्लीकेशन लिखी और सभी गांव वालों के हस्ताक्षर लिए और कामा विधानसभा के मौजूदा राज्य मंत्री जाहिदा के निवास पर सभी ग्रामवासी पहुंच गए मंत्री जी ने हमें आश्वासन दिया की मैडम का ट्रांसफर रोक दिया जाएगा । 

जब कोई कार्यवाही न हुई  तो ग्रामवासी दोबारा मंत्री जी के निवास पर पहुंचे मंत्री जी ने कहा कि आपका काम हो जाएगा समय का अभाव था मंत्री जी के विश्वास पर ग्राम वासी वापिस घर आ गए , जब कोई कार्यवाही नहीं की देखते ही देखते सरोज देवी एचएम का ट्रांसफर हो गया गांव वासियों ने  हर कोशिश की मैडम को वापस लाने की।

उसके बाद ग्रामीणों ने  सी बी ई ओ पहाड़ी को सूचना दी और सभी गांव वालों ने मिलकर स्कूल को ताला लगा दिया, एसडीएम पहाड़ी को ज्ञापन देने पहाड़ी तहसील पहुंच गए, ग्रामीणों का आरोप है कि  एसडीएम पहाड़ी ने ज्ञापन लेने से मना कर दिया !  बदतमीजी से पेश आए अभद्र भाषा का प्रयोग किया ग्राम वासियों का अपमान किया।

एसडीएम का यह व्यवहार देखकर गांव वालों ने फैसला लिया कि ना मंत्री जी हमारी सुनती है ना ही एसडीएम हमारी सुनता है हमारे गांव की जितनी भी बेटियां स्कूल जाती हैं वह स्कूल नहीं जाएंगे घर पर ही रहेंगी सरोज देवी के रहते हुय  हमारे गांव की बेटियों को उच्च शिक्षा प्राप्त हो रही थी स्कूल में बहुत ही अनुशासन था हमने सी बी ओ को बोल दिया के जितने भी गांव की लड़कियां स्कूल में पढ़ती है उनकी टीसी देने की कृपा करें।

हार कर गांव वालों ने यह फैसला लिया कि जब हमारी कोई सुन ही नहीं रहा तो हमारी बेटियों के स्कूल में नहीं आएंगी

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